मान्यता है कि हनुमान जी यात्रा के देवता भी हैं। उनके मंत्र का जप करने से यात्राएं सुरक्षित और सुखद होती हैं। बुद्धिर्बलं यशो धैर्यं निर्भयत्वमरोगिता। किसी भी सामग्री के इस्तेमाल की समस्त जिम्मेदारी इस्तेमालकर्ता की होगी अनुष्ठान की विधि: इसमें विशेष सामग्री जैसे सिंदूर, फूल, दीपक, या यंत्रों का https://marcellen368xye4.izrablog.com/profile